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Showing posts from February, 2019

PAK आर्मी का दावा: भारत में घुसकर खाली जगहों पर गिराए बम, जताई अपनी ताकत

भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच पाकिस्तान की सेना ने एक बार फिर बड़ा दावा किया है. पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफूर ने दावा किया है कि उनके लड़ाकू विमान ने भारत के कई इलाकों में बमबारी की है. उन्होंने कहा कि हमारा मकसद भारत को बताना था कि हमारी सेना में दम है. पाकिस्तानी सेना दावा कर रही है कि उन्होंने भारत के दो पायलटों को अपनी हिरासत में लिया है. पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता आसिफ गफूर ने कहा कि हमने अपनी स्ट्राइक में कोशिश की थी किसी को नुकसान ना पहुंचे. हमने 6 टारगेट तय किए थे, जिसके बाद हमने स्ट्राइक किया. बिम्बरगरी समेत कई इलाकों में हमने टारगेट किया. हम बस ये बताना चाहते थे कि हम सबकुछ कर सकते हैं, लेकिन इलाके में शांति के लिए कुछ नहीं कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि हम शांति चाहते हैं युद्ध नहीं करना चाहते हैं. पाकिस्तान के एक्शन के बाद भारत के दो जहाज LoC पर कर पाकिस्तान की सीमा में आए, हमने दोनों को निशाना बनाया. एक भारत की जमीन पर और दूसरा पाकिस्तान की जमीन पर गिरा, दो पायलट को गिरफ्तार किया गया है एक घायल है और दूसरा गिरफ्त में है. उनके पास से कई

इंदिरा गाँधी को गेंदे के फूल से चिढ़ क्यों थी- विवेचना

भारतीय राजनीति में गेंदे के फूल का अपना महत्व है. कोई भी राजनीतिक आयोजन या स्वागत समारोह गेंदे के फूल के बिना अब भी संपन्न नहीं होता. लेकिन भारत की तीसरी प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी को गेंदे के फूल से 'एलर्जी' थी और उनके स्टाफ़ को निर्देश थे कि उनका कोई भी प्रशंसक उनके पास गेंदे के फूल ले कर न आ पाए. बहुचर्चित किताब 'द मेरीगोल्ड स्टोरी- इंदिरा गाँधी एंड अदर्स' की लेखिका और वरिष्ठ पत्रकार कुमकुम चड्ढा बताती हैं, "इंदिरा की पूरी ज़िंदगी में उनके स्टाफ़ की सबसे बड़ी जद्दोजहद होती थी कि गेंदे का फूल इंदिरा गाँधी के नज़दीक न पहुंच जाए. वजह ये थी कि उन्हें गेंदे के फूल पसंद नहीं थे." वो कहती हैं, "अगर कोई उनके पास गेंदे का फूल ले जाने में सफल हो भी जाता था तो उनकी त्योरियाँ चढ़ जाती थीं." "लेकिन उनका ये गुस्सा उन लोगों के लिए नहीं होता था जो उनके लिए फूल ले कर आते थे, बल्कि अपने स्टाफ़ के लिए होता था कि उनके रहते ये कैसे संभव हो सका." गेंदे से ही लिपटा इंदिरा का पार्थिव शरीर विडंबना है कि जब इंदिरा गाँधी की हत्या के बाद उनके पार्थिव शर